गाजीपुर जिले की रेवसा गांव की दलित बेटी पर्वतारोही गुंजन कुमारी की एक संक्षिप्त विवरण ,पर्वतारोहण में बेसिक कोर्स एंड एडवांस्ड कोर्स जवाहर इंस्टिट्यूट ऑफ़ माउंटेनिंग एंड विंटर स्पोर्ट से किया है।
उपलब्धियां- (1) टेबल टॉप
ऊंचाई 12500 फीट (जम्मू कश्मीर)
(2) माउंट मंचोई मद्रास की सबसे ऊंची चोटी( 17907 )फीट ** (इसे फतेह करने वाली भारत की सबसे कम उम्र की पहली महिला) (3) केदरकांठा (12500 )फीट उत्तराखंड मैं स्थित है इसे (सबसे कम समय 3 घंटे में फतेह करने वाली पहली महिला)(4) माउंट किलिमंजारो (19341)फीट (साउथ अफ्रीका तंजानिया) इसपे दो वर्ल्ड रिकॉर्ड बना कर( हाई रेंज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड और इंडिया रिकॉर्ड) में नाम दर्ज करा लिया है 1. किलिमंजारो टॉप पर 2 घंटे 30 मिनट रुकने वाली विश्व की पहली महिला
2. किलिमंजारो टॉप पर ऑक्सीजन लेवल कम होने के बावजूद 1 मिनट में 43 फिंगर पुशअप करने वाली विश्व की पहली महिला
(5) तपोवन उत्तराखंड हिमालय में स्थित(14640) फीट
(6) नंदनवन उचाई (15780) फीट
(7) व्यास कुंड हिमाचल प्रदेश उचाई (12775)
और इन सभी उपलब्धियां का श्रेय एक गुरु को ही जाता है और मेरे लाइफ में भी दो गुरु है इस फील्ड के एवरेस्ट मेघा परमार जो मध्य प्रदेश की पहली महिला माउंट एवरेस्ट सबमिट करने वाली है और लोकनाथ यादव जो मेरे सपनों को खुद का सपना बना कर दिन रात मेरे से भी अधिक मेहनत करते हैं और मुझे आगे बढ़ने का प्रेरणा दोनों लोग देते रहते हैं
**और अभी मेरा अगला लक्ष्य है **
दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट के साथ-साथ माउंट ल्होट्स पर भी इंडिया का झंडा फहराना चाहती हूं और यह एक इंडिया के नाम पर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित करना चाहती हूं जो आप लोग के सपोर्ट और आशीर्वाद से ही हो सकता हैं
**********नई उपलब्धि******
माउंट यूनम बेस कैंप जिसकी ऊंचाई 17200 फीट हैं उसपे तिरंगा फहरा के एक साहसिक कार्य किया क्यो की उस वक्त ना ही मौसम साथ दे रही थी ना ही स्वास्थ जिसके कारण शरीर की ऑक्सीजन लेबल लगातार कम होती गई और बीपी का भी कुछ ऐसा ही हाल था और कुछ समय पहले ही एक व्यक्ति का खबर आया था की चोटी पर लापता हो गया है उसके बचने का कोई रास्ता नही दिख रहा है इस न्यूज से और भी सब लोग घबरा गए लेकीन वहा के पोलिस फोर्स ने रेस्क्यू कर उसे बचा लिया लेकिन मेरा स्वास्थ्य और मौसम साथ नही दे रहा था उसके साथ-साथ बहुत सारे समस्याएं आए जिसे इस कठिन परिस्थिति में लड़ना मुस्कील हो रहा था लेकिन फिर भी देश के लिऐ कुछ करना था तो मुझे हिम्मत तो करनी ही पड़ती और इसी इरादे की वजह से और जो लोगो की उम्मीदें थी मुझसे उसको पूरा करने के लिए मैने एक कदम और ना चलने की स्थिति में भी आगे बढ़कर अपने देश का तिरंगा फहराया
******नया सूचना*******
अभी मैं बी.ए प्रथम सेमेस्टर की छात्र हूं और मेरा वर्तमान का शिक्षा लुटावन पीजी कॉलेज सकरा जैतपुरा से चल रहा है जो माननीय श्री वीरेंद्र विधायक का महाविद्यालय है जिसमें वह हमें निशुल्क शिक्षा दे रहे हैं और हमारे माननीय विधायक जय किशन साहू जी भी हमे पूरी तरीके से हमारे सपनों को पूरा करने का निरंतर प्रयास करते रहते हैं
और इस मिशन में अभिषेक कुमार और अंगद कुमार भैया के समस्त टीमों ने सहयोग किया जिससे यह मिशन पूरा हो सका।
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