गाज़ीपुर-स्थानीय करंडा ब्लॉक के सराय मोहम्मदपुर ऊर्फ सरै या गांव में रविंद्र यादव पुत्र लालजी यादव,22 साल फ़ौज में जबलपुर सिग्नल सेंटर से 22 वर्ष सेवा करने के बाद आज घर वापस हुए घर वापसी के समय उन्हें बनारस रेलवे स्टेशन से लेकर सराय मोहम्मदपुर के बीच करीब दर्जनों जगहों पर बनारस,सैदपुर, बिहार औड़ीहार,नंदगंज,चोचकपुर, मेदनीपुर तथा धरम्मरपुर चट्टी सहित दर्जनों जगहों पर भव्य स्वागत किया गया |
इस अवसर पर भूतपूर्व शौर्य सैनिक संगठन गाजीपुर तथा पूर्वांचल वीर सेना सैनिक संगठन वाराणसी के जांबाज पूर्व सैनिकों ने उन्हें माल्यार्पण कर भव्य तरीके से स्वागत किया सुबह 8:30 बजे से लेकर 12:30 बजे तक करीब 4 घंटे तक रास्ते में उनका भव्य स्वागत होता रहा |जब घर पर पहुंचे तो वहां पर गांव की महिलाएं, पुरुष, भूतपूर्व सैनिक,तथा अन्य लोग सैकड़ो की संख्या में उपस्थित होकर भारत माता की जय,जय जवान,जय किसान,का नारा लगाते हुए उन्हें पैदल सराय मोहम्मदपुर गांव में ले गए जहां पर भोज का भी कार्यक्रम था| वहां पर उनकी पत्नी,उनकी माता, उनके पिता तथा उनके भाई सभी लोग उपस्थित रहे सबसे पहले पहुंचने पर उनकी पत्नी रीना यादव ने आरती और माल्यार्पण किया| इसके बाद माता गिरिजा देवी, उनके पिता लालजी यादव,उनकी बेटी रितिका कुमारी यादव, बेटा अमित तथा भाई दिनेश यादव आदि ने क्रमशः माल्यार्पण कर चरण स्पर्श तथा उनका स्वागत किया आशीर्वाद भी दिया । सबसे पहले अपने देवकूल जाकर अपने देवकूल में देवताओं का चरण बंधन स्मरण ध्यान किया| इस अवसर पर पर भूतपुर्व सैनिक प्रदीप कुमार यादव ने कहा हम सभी सैनिकों को जोड़ने का प्रयास करेंगे संगठन हमारा सैनिकों के सुख-दुख तथा एक साथ बैठने का प्रयास कर रहा है |हमें कुछ करना चाहिए |इस विषय को लेकर के हम तत्पर हैं मैं गीता के उपदेश का पालन करता हूं क्योंकि कुछ करें बिना कुछ पाने की उम्मीद नहीं करना चाहिए हम सभी सैनिक भाई देश की सेवा करने के बाद अब समाज की सेवा में समर्पित हो गए हैं| इसी कड़ी में भूतपूर्व सैनिक राजेश यादव ने कहा कि फौजी आधा घर का आधा बाहर का होता है |हमें कुछ करना चाहिए फौज में एक फौजी 17, 18 वर्ष तक की अवस्था में भर्ती हो जाता हैं और वह पूरी तरह से घर गांव तथा बाहर को नहीं समझा पाता है । हमें मिलजुल कर के रहना चाहिए |हमारे मिलने जुलने से अच्छा लगता है,और समाज में जो भी समस्या है उसको हम लोग हल करने का प्रयास करते हैं |एक फौजी कभी भी रिट रिटायर नहीं होता है |इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक कैप्टन अंबिका यादव ने कहा कि हम गर्व के साथ एक सैनिक का नागरिक अभिनंदन कर रहे हैं| वह उसके जीवन का अंतिम और पहला अवसर होता है,जब वह रिटायरमेंट होकर आता है और गांव घर में उसका नागरिक अभिनंदन लोग करते हैं |लोग एक सैनिक को उतनी गंभीरता से नहीं लेते हैं रविंद्र यादव के सम्मान में सैनिक संगठनों के लोग उपस्थित रहे | स्वागत में की कड़ी में लालजी यादव,गिरिजा देवी,रीना यादव, धनपाल यादव,रमेश यादव प्रधान, सचिन यादव, धर्मू यादव, राजनाथ यादव, अवधेश यादव, दामोदर यादव,धर्मदेव यादव,विमलेश यादव, दिलीप यादव,चुन्नू यादव,अभिनाथ यादव, अंगद यादव, सूबेदार मेजर भीम यादव,पूर्व सूबेदार मेजर राम सुधार यादव, आंरेरी सूबेदार मेजर बदामा यादव, सूबेदार मेजर सोबराती साहब,कैप्टन कृष्णा कुमार यादव, सूबेदार चंद्रहास यादव, रविंद्र यादव,सुरेंद्र सिंह यादव, कल्याण सिंह यादव,सूबेदार बदामा यादव, कप्तान अमेरिका, तथा राजेश यादव, मुख्य रूप से उपस्थित रहे |कार्यक्रम के अंत में कैप्टन अमेरिका यादव ने आए हुए सभी अतिथियों तथा भूतपूर्व सैनिकों का हृदय से आभार व्यक्त किया|
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